शबरी के बेर सुदामा के टन्डुल ,
रुचि रुचि भोग लगायों न ।
श्रीमन नारायण नारायण नारायण ,
भज मन नारायण नारायण नारायण ।
Category: Bhajan
Kanha Ne Mati Khayee , Yasoda Mero Maiya-कान्हा ने माटी खाई । यशोदा सुन माई ।। (कृष्णा भजन )।
तेरे लाला ने माटी खाई । यशोदा सुन माई ।। छोटी सी माटी की ढेली। तुरन्त श्याम ने मुँह में ले ली ।। यह भी लीला एक नवेली ।जाने गटक- गटक गटकाई ।। तेरे लाला ने माटी खाई ।यशोदा सुन माई ।। दूध, दही को कबहुँ नाँय नाटी ।क्यों लाला तूने खाई माटी ।। यशोदा…
श्री राम चंद्र कृपालु भजमन – Shri Ram Chandra Kripalu Bhaj man
श्री राम स्तुति … श्री राम चन्द्र कृपालु भजु मन हरण भव भय दारूणम् । नव कंजलोचन कंज मुख, कर कंज, पद कंजारूणम् ।। … कन्दर्प अगणित अमित छवि नव नील नीरद सुन्दरम् । पटपीत मानहुं तड़ित रुचि शुचि नौमि जनक सुतावरम् ।। … भजु दीनबंधु दिनेश दानव दैत्यवंश निकन्दनम् । रघुनन्द आनन्दकन्द कौशलचन्द दशरथ…
Mere Raghav Jee Utarenge Par, Ganga Maiya Dheere Baho.(मेरे राघव जी उतरेंग पार हो ,गंगा मैंया धीरे बहो )।
मेरे राघव जी उतरेंगे पार हो , गंगा मैंया धीरे बहो । धीरे बहो धीरे बहो हौले बहो ,गंगा मैंया धीरे बहो । मेंरे प्रभू जी उतरेंगे पार हो , गंगा मैंया धीरे बहो । आज सफल हुये नयन हमारे, प्रभू जी विराजे हैं नाव हमारे-२ ये तो जग के पालनहार ,गंगा मैंया…
Bhaye Pragat Kripala Deen Dayala Kaushalya Hitkari. ( भए प्रगट कृपाला दीन दयाला कौशल्या हितकारी ) (राम चरित मानस )
भए प्रगट कृपाला दीन दयाला कौशल्या हितकारी । हरषित महतारी मुनि मन हारी अद्भुत रूप बिचारी ।। लोचन अभिरामा तनु घन स्यामा निज आयुध भुज चारी । भूषण बनमाला नयन बिसालासोभा सिंधु खरारी ।। कह दुख कर जोरी अस्तुति तोरी केहि बिधि करौं अनंता। माया गुन…
Radhe Tere Charano Ki Dhool Jo Mil Jaye(राधे तेरे चरणों की गर धूल जो मिल जाए)।
राधे तेरे चरणों की गर धूल जो मिल जाए , सच कहती हूँ, मैया मेरी , तकदीर बदल जाए। राधे तेरे चरणों की………………………….. सुनते हैं तेरी रहमत, दिन रात बरसती है-२ एक बूँद ही मिल जाए, जीवन ही बदल जाए। राधे तेरे चरणों की…………………………… ये मन बड़ा चंचल है,…
Mane Chakar Rakho Jee.( मने चाकर राखो जी ) (मीरा जी के भजन ) ।
मने चाकर राखो जी, मने चाकर राखो जी। गिरधारीलाला चाकर राखो जी, मने चाकर राखो जी। चाकर रहसूँ ,बाग लगासूँ, नित उठि दरसन पासूँ । बृंदावन की कुंज गली में, गोविन्द लीला गाँठूँ । मने चाकर राखो जी, मने चाकर राखो…
जय राम रमा रमनं समनं भवताप भयाकुल पाहि जनं । (राम चरितमानस )
जय राम रमा रमनं समनं । भवताप भयाकुल पाहि जनं ।। अवधेस सुरेस रमेस विभो। सरनागत मागत पाहि प्रभो ।। दससीस बिनासन बीस भुजा ।कृत दूरि महा महि भूरि रूजा।। रजनीचर बृंद पतंग रहे ।सर पावक तेज़ प्रचंड…
Jab Tu Hi Tu Hai Sab Me Vasa-जब तू ही तू है सब में बसा,फिर कौन भला और कौन बुरा ।
जब तू ही तू है सब में बसा, फिर कौन भला और कौन बुरा …..२ हर चीज में जलवा तेरा ही,मुझे नज़र आया इन आँखों से, एक बार जो देखा,परदा हटा,फिर कौन भला…
Ab Tak Jo Nibhaya Hai , Aage Bhi Nibha Dena.अब तक जो निभाया है, आगे भी निभा देना ।(राम जी का भजन )
अब तक जो निभाया है, आगे भी निभा देना , हे नाथ मेरी नैया ,उस पार लगा देना ।………२ संभव है झंझटों में, मैं तुमको भूल जाऊँ ..२…