Source : तुलसीदास रचित रामचरित मानस ( गोरखपुर प्रेस) § ब्रह्मा जी और अन्य देव विष्णु भगवान की स्तुति करते हैं § जय जय सुरनायक जन सुखदायक प्रनतपाल भगवंता। गो द्विज हितकारी जय असुरारी सिंधुसुता प्रिय कंता॥ पालन सुर धरनी अद्भुत करनी मरम न जानइ कोई। जो सहज कृपाला दीनदयाला करउ अनुग्रह सोई॥ … जय…
Tag: Vishnu Bhajan
कि जाने कौन से गुण पर,दयानिधि रीझ जाते हैं
कि जाने कौन से गुण पर, दयानिधि रीझ जाते हैं। यही सद् ग्रंथ कहते हैं, यही हरि भक्त गाते हैं । कि जाने कौन——– ———————। नहीं स्वीकार करते हैं, निमंत्रण नृप दुर्योधन का। विदुर के घर पहुँचकर, भोग छिलकों का लगाते हैं। कि जाने कौन से ——————————। न आये मधुपुरी से गोपियों की, दु: ख…
मेरा श्री वैष्णव परिवार (विष्णु भजन) – Mera Shri Vaisnav Parivar
मेरा श्री वैष्णव परिवार , हरि आ जाओ एक बार, हरि आ जाओ ,हरि आ जाओ, हरि आ जाओ एक बार । … मेरी नैया पार लगा जाओ,मेरी बिगड़ी बात बना जाओ। नित आत्मा करे पुकार,हरि आ जाओ एक बार । मेरा छोटा सा वैष्णव परिवार, हरि आ जाओ एक बार। … लाखों को दरश…
श्री मन नारायण – Shri Man Narayan
श्रीमन नारायण नारायण नारायण , लक्ष्मी नारायण नारायण नारायण । … जपो अखंड जी, भजो अखंड जी, श्रीमन नारायण नारायण नारायण। … शिव सनकादिक,आदि ब्रह्मादिक, सुमिर-सुमिर भये पारायण । श्रीमन नारायण नारायण नारायण। … विष्णु-पुराण भागवत-गीता , वाल्मीकि जी की रामायण । श्रीमन नारायण नारायण नारायण। … जो नारायण नाम हैं लेते , तो पाप…
हे जग त्राता विश्व विधाता- He Jag Trata Vishwa Vidhata हे
हे जग त्राता विश्व विधाता , हे सुख शांति निकेतन हे । … जग आश्रय जग पति जग वन्दन , अनुपम अलख निरंजन हे। हे जग त्राता विश्व विधाता , हे सुख शांति निकेतन हे … प्रेम के सिन्धु , दीन के बन्धु , दु:ख दारिद्र विनाशन हे । हे जग त्राता विश्व विधाता ,…
सबका भला करो भगवान – Sab Ka Bhala Karo Bhagwan
सब का भला करो भगवान,सब का भला करो भगवान ।दाता दया निधान,सबका भला करो भगवान ।। … तुम दुनिया का प्रीतम प्यारा, सबसे ऊँचा सबसे न्यारा । सकल गुणों की धाम , सबका भला करो भगवान ।। … तू सबका है पालनहारा, सबको मिलता तेरा सहारा। हे जगदीश महान , सबका भला करो भगवान ।।…
जय जय सुरनायक- विष्णु भजन- Jai Jai Surnayak
Source : तुलसीदास रचित रामचरित मानस ( गोरखपुर प्रेस) § ब्रह्मा जी और अन्य देव विष्णु भगवान की स्तुति करते हैं § जय जय सुरनायक जन सुखदायक प्रनतपाल भगवंता। गो द्विज हितकारी जय असुरारी सिंधुसुता प्रिय कंता॥ पालन सुर धरनी अद्भुत करनी मरम न जानइ कोई। जो सहज कृपाला दीनदयाला करउ अनुग्रह सोई॥ … जय…
Hey Gobind raakho sharan
Ek gaj (haathi) bhagwan shree krishna se madad ke liye prarthna kar raha hai kyunki use nadi me graah (magarmach) ne pakad rakha hai aur vo usse bachne ke liye antarman se bhagwan ki madad maang raha hai, vilaap kar raha hai}