।।ओम् नमश्चण्डिकायै ।। मार्कण्डेय उवाच: ओम् यद् गुह्यं परमं लोके सर्वरक्षाकरं नृणाम् । यन्न कस्यचिदाख्यातं तन्मे ब्रूहि पितामह ! ।।१ ।।। मार्कण्डेय जी ने कहा है —हे पितामह! जो साधन संसार में अत्यन्त गोपनीय है, जिनसे मनुष्य मात्र की रक्षा होती है, वह साधन मुझे बताइए । …
Shri Ram Katha (Short version )
मंगल भवन अमंगल हारी । द्रवउ सो दशरथ अजिर बिहारी ।। नीलाम्बुजश्यामलकोमलाड़्ग सीतासमारोपितवामभागम् । पाणौ महासायकचारूचापं नमामि रामं रघुवंशनाथम् ।। रामायण प्रभु श्रीराम की कथा है, जिन्हें श्रवण करने से या पाठ करने से पाप ताप संताप (त्रयताप ) का नाश होता है।रामायण को राम रूप भी कहा गया है।रामायण में सात…
Shri Radhe Krishna Bhakt Ki Katha- श्री राधे कृष्ण भक्त की कथा
श्री राधा कृष्ण के भक्त, श्री सनातन गोस्वामी तथा श्री रूप गोस्वामी बृदावन में रहते हुए प्रभु की भक्ति करते थे।दोनो सन्त प्रभु की भक्ति में कुछ भी रचना करते तो , एक दूसरे को सुनाया करते थे।कभी भजन, कभी कविता या राधे कृष्ण की कथा करते और दोनों ही भक्ति में भाव विभोर हो…
Karma Bai Kee Khichari (Krishana Bhajan )
बड़े प्रेम से खाई प्रभु ने,करमा बाई की खिचड़ी। कौन समझ सकता ,प्रभु की लीला आश्चर्य भरी, बड़े प्रेम से खाई प्रभु ने , करमा बाई की खिचड़ी । अति पग ,इक तन, तिलक छाप युत, बड़े बड़े आचारी, उत्तम कुल में जन्म कहावे, पंडित और पुजारी । छप्पन भोग ,छतीसो ब्यंजन, भरी स्वर्ण की…
Saraswati vandana (सरस्वती वंदना)
या कुन्देन्दु तुषार धवला या शुभ्रवस्त्रावृता । या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना ।। या ब्रह्माच्युतशंकरप्रभृतिमिर्देवै: सदा वंदिता । सा माम पातु सरस्वती भगवती नि:शेषजाड्यापहा ।। ज्ञान दो,ज्ञानदो, हमें ज्ञान दो, ज्ञान दो। हे ब्रह्मा की सरस्वती,विष्णु की वैष्नवी,शक्ति, शिव शंभु की, हे शारदे भगवती, श्री चरणों की छाँव में स्थान दो । ज्ञान दो, ज्ञान दो…
Shri Krishna Tumhare Charano Me,Ek Araj Sunane Aayee Hoo
श्री कृष्ण तुम्हारे चरणों में, मैं अरज सुनाने आई हूँ। वाणी में तनिक मिठास नहीं, पर तुम्हें रिझाने आई हूँ ।श्री कृष्ण प्रभु का चरणामृत पाने को , मेरे पास कोई है पात्र नहीं । आँखों के दोनों प्यालों में , कुछ भीख माँगने आई हूँ ।।श्री कृष्ण तुमसे पाकर तुमको ही क्या भेंट…
Krishan Janmastmi (2015)
झूला झूले नन्दलाल,झुलावे यशोदा मैया। झुलावे यशोदा मैया,झुलावे हरि की मैया।झूला.. प्रेम मगन हो झूला झुलावें,गोपियन संग सब हिलि मिली गावें। नाच रहें सारा ब्रज धाम,महल में बधाई गावें। सब कर रहें हैं जय जयकार,महल में झूला झुलावें ।झूला नन्द घर आनंद भयो ,जय कन्हैया लाल की । जय कन्हैया लाल की, मदन गोपाल की…
Shri Radha Aur Krishan Ka Alaukik Vivah ( श्री राधा और कृष्ण का अलौकिक विवाह )
“श्री राधा और कृष्ण का , है परम प्रेम जग से न्यारा । यह रहस्य समझना मुश्किल है,इसे समझे कोई प्रभु का प्यारा।।” राधा रानी तथा श्री कृष्ण का प्रेम अलौकिक है। श्री कृष्ण और राधा रानी का विबाह बसंतपंचमी के दिन हुआ था।द्वापर युग में श्रीकृष्ण तथा राधा रानी पृथ्वी पर अवतार लेकर अपनी…
Geeta Sar (गीता सार )।
गीता सुगीता कर्तव्या किमन्यै:शास्त्रविस्तरै: । या स्वयं पद्मनाभस्य मुखपद्माद् विनि:सृता ।। भगवदगीता पूर्ण पुरुषोत्तम परमेश्वर भगवान श्रीकृष्ण के मुख से निकली है, इसलिये हमें नित्यप्रति ध्यानपूर्वक तथा श्रद्धापूर्वक श्रवण तथा पठन करना चाहिये।आज समस्त वैदिक साहित्य का अध्ययन कर पाना सम्भव नहीं है। भगवदगीता समस्त वैदिक साहित्य का सार है, और इसका प्रवचन स्वयं भगवान…
He Deen Bandhu Dayalu guru(Guru vandana )गुरू वन्दना
हे दीन बन्धु दयालु गुरू, केहि भाँति तव गुण गाऊँ मैं । तुम्हरे पवित्र चरित्र केहि विधि , नाथ कहि के सुनाऊँ मैं। जिह्वा अपावन है मेरी , गुरू नाम कैसे लीजिये । तन फँस रहा भव जाल में , गुरू ध्यान किस तरह कीजिये। माता-पिता सुत भ्रात भार्या, कोई संग नहीं जायेंगे। इस पाप…