झूला झूले नन्दलाल,झुलावे यशोदा मैया।
झुलावे यशोदा मैया,झुलावे हरि की मैया।झूला..
प्रेम मगन हो झूला झुलावें,गोपियन संग सब हिलि मिली गावें।
नाच रहें सारा ब्रज धाम,महल में बधाई गावें।
सब कर रहें हैं जय जयकार,महल में झूला झुलावें ।झूला
नन्द घर आनंद भयो ,जय कन्हैया लाल की ।
जय कन्हैया लाल की, मदन गोपाल की ।
हाथी दीने, घोड़ा दीने और दीनी पालकी ।
लड्डू दीने , पेड़ा दीने , और दीनी लापसी ।
ज्वानन को लड्डू पेड़ा , बूढन को लापसी ।नंद
कण्ठी दीनी माला दीनी ,पायल दीनी पाँव की।
अन्न दीनी,वस्त्र दीनी,कमी न कम्बल शाल की।
माखन दीनी मिश्री दीनी, दधि लीला कमाल की।नंद
सोना दीनी,चाँदी दीनी, गाय दीनी स्वर्ण सजाय के।
हीरा दीनी,मोती दीनी, भर भर चाँदी थाल की ।
ब्रज में अति आनंद छायो , जय कन्हैया लाल की।नंद