उठ जाग मुसाफ़िर भोर भइ , अब रैन कहाँ जो सोवत हैं। जो सोबत हैं वो खोबत हैं , जो जागत हैं वो पावत हैं। उठ जाग… जो कल करे सो आज करले , जो आज करे सो अब करले , जब चिड़ियन खेती चुग डाली , फिर पछतायत क्या होवत हैं ।उठ…
Bhaj Man Radhe Govinda.(भज मन राधे गोविन्द )।
भज मन राधे गोविन्द , गोपाला प्रभू का प्यारा नाम है । गोपाला प्रभु का प्यारा नाम है , नन्दलाला प्रभु का प्यारा नाम है -भज मन…… मोर मुकुट सिर उर बनमाला , केशर तिलक लगाये , वृंदावन की कुंज गली में , सबको नाच नचाये । मन भज ले… मैया…
Shri Krishna Bhagwan Ke 108 Nam (श्री कृष्ण भगवान के १०८ नाम) ।
ऊँ कन्हैया कृष्ण केशव चक्रधारी नन्दलाल माधव श्यामसुन्दर मुरारी कमलनाथ त्रिभंगी नंदगोपप्रियात्मज गोविन्द द्वारिकानायक नारायण माखन चोर नटनागर मोरमुकुटधारी गीताचार्य नन्दनंदन अविनाशी नरोत्तम नन्द गोप प्रियात्मज गोपेश्वर रणछोड़ गदाधर गोपाल दामोदर ब्रजनाथ दीनबंधु जगदीश दीनानाथ रसिक बिहारी जगतपिता यशोदालाल बाँकेबिहारी मदन मोहन कृपानिधि सर्वरक्षक सर्वशक्तिमान सर्वब्यापक मन हरन बाँकेबिहारी गोपीनाथ ब्रजवल्लभ गोवर्धनधारी घनश्याम परमानन्द जनार्दन…
Jis Ki chitvan Ka ishara dil me hai. (जिस की चितवन का इशारा दिल में है।)
जिसकी चितवन का इशारा दिल में है, एक वही दिल का सहारा दिल में है । बस गया जिस दिन से दिल में साँवरा-२ क्या बताएँ, क्या नजारा दिल में है ।जिसकी चितवन… हर जगह पर हमको थी जिसकी तलाश , वह दिले, रहजंग हमारा दिल में है ।जिसकी चितवन… दर्दे दिल को,…
सबका भला करो भगवान – Sab Ka Bhala Karo Bhagwan
सब का भला करो भगवान,
सब का भला करो भगवान ।
दाता दया निधान,
सबका भला करो भगवान ।।
श्री कृष्ण भक्त रसखान जी की कथा
श्रीकृष्ण के भक्त रसखान एक मुसलमान व्यक्ति थे । उनका असली नाम सैयद इब्राहीम था | उनका जन्म 1548 में हुआ और वे हिंदी साहित्य के महत्वपूर्ण भक्त कवियों में से एक माने जाते हैं |
यह कहानी उस समय की है जब वो अपने उस्ताद के साथ मक्का मदीना, हज पर जा रहे थे।
उनके उस्ताद ने कहा – देखो हिन्दुओं का तीर्थ स्थल वृन्दावन आने बाला है, वहाँ एक काला नाग रहता है। मैंने सुना है , नाग वृंदावन आने बाले यात्रियों को डस लेता है।
माँ काली जी की आरती-Ma Kali Ki Aarti
अम्बे तू है जगदम्बे काली जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गायें भारती।
ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती ।
माता तेरे भक्त जनों पर भीड़ पड़ी है भारी ।
Eshwar Tu Hai Dayalu Dukh Door Kar Hamara (ईश्वर तू है दयालु ,दु:ख दूर कर हमारा । (कृष्णा भजन ) ।
ईश्वर तू है दयालु , दु:ख दूर कर हमारा , तेरी शरण में आये , प्रभू दीजिये सहारा । ईश्वर तू है …………………………….. तू है पिता या माता, सब विश्व का विधाता, तुझसा नहीं है दाता , तेरा सभी पसारा । ईश्वर तू है ………………………………. भूमि ,आकाश , तारे, रवि ,चन्द्र , सिन्धु सारे ,…
Bhiksha Ka upyog , Mahatma Jee Ki Udarta. (भिक्षा का उपयोग , महात्मा जी की उदारता ) ।
स्वामी रामदास जी का यह नियम था, कि वे स्नान एवं पूजा से निवृत होकर भिक्षा माँगने के लिए केवल पाँच घर ही जाते थे और कुछ न कुछ लेकर ही वहाँ से लौटा करते थे। एक बार उन्होंने एक घर के द्वार पर खड़े होकर ,जय जय रघुवीर का घोष किया ही था कि…