प्रभुजी मैंने पाया है पावन खज़ाना जगत में न कोई है हरि के समाना प्रभुजी मैंने पाया है पावन खज़ाना। मेरे भाग्य कितना है जाने आज भारी जो आये हैं दीनन के दुःख दर्द हारी करा पार जाने का मुझसे बहाना प्रभुजी मैंने पाया है पावन खज़ाना। बहुत काल कीनी थी मैंने मजूरी मिली आज…