कमल नयन हरि करो कलेवा माखन रोटी सद्य जाम्यो दधि भाँति भाँति के मेवा खारिक दाख चिरौंजी किशमिश उज्जवल गरी बादाम सझरी सेव छुहारे पिस्ता जे तरबूजा नाम अरु मेवा बहु भाँति भाँति है षटरस के मिस्ठान सूरदास प्रभु करत कलेवा रीझे श्याम सुजान। Jevat Kanha NAND Ek Thaure (जेवत कान्हा नन्द इकठौरे) ।Surdas Jee…