भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे , हो रही जय-जयकार
मंदिर बिच आरती जय माँ, हे दरबारावाली आरती जय माँ ।
काहे की मैया तेरी आरती बनावाँ ,काहे दीपावाँ बीच बाती
मंदिर बिच आरती जय माँ , सुहे चोलियाँवाली आरती जय माँ।
सर्व सोने दी तेरी आरती बनावाँ , अगर कपूर पावाँ बाती
मंदिर बिच आरती जय माँ,जय माँ पिण्डीवाली आरती जय माँ।
कौन सुहागन दीवा वालिया मेरी मैया , कौन जागेगा सारी रात
मंदिर बिच आरती जय माँ , सच्चियाँ जोतावाली आरती जय माँ।
सर्वसुहागन दीवा वालिया मेरी मैया, ज्योत जागेगी सारी रात
मंदिर बिच आरती जय माँ, जय माँ पहाड़ावाली आरती जय माँ ।
जुग-जुग जीवे तेरा जम्मुए द राजा , जिस तेरा भवन बनाया
मंदिर बिच आरती जय माँ, जय माँ भवनावाली आरती जय माँ।
सिमर चरण तेरा ध्यानु यश गावे, चरणा ते जावाँ बलिहार
मंदिर बिच आरती जय माँ ,जय माँ जोतावाली आरती जय माँ।