१- घृतकुमारी ( एलोवेरा ) के गुदे को निकालकर ,टुकड़े बनाकर पकाकर खाने से सन्धिवात, वायु विकार , पेट व यकृत् के विकार का नाश होता है।
२- कटे हुए या जले हुए स्थान पर उसी समय एलोवेरा जेल या रस लगाने से फफोला नहीं पड़ता, रक्त बहना रुक जाता है तथा जख्म जल्दी ठीक हो जाता है।
३- ४ – ६ चम्मच एलोवेरा रस प्रतिदिन पीने से समस्त पेट के रोग व शरीरगत कमजोरी में लाभ होता है।
४- एलोवेरा जेल को चेहरे पर लगाने से चेहरे की कान्ति बढ़ती है।झाइयाँ , कील , मुहासों में भी लाभ होता है।
५- हाथ – पैरों की रूक्षता में एलोवेरा जेल लगाने से तुरन्त लाभ होता है।