पितु मात सहायक स्वामी सखा,
तुम ही एक नाथ हमारे हो।
जिनके कछु और अाधार नहीं ,
तिनके तुम ही रखवाले हो।
सब भाँति सदा सुखदायक हो,
दुख दुर्गुण नाशन हारे हो।
प्रति पालक हो सगरे जग को,
अतिशय करूणा उर धारे हो ।
पितु मात सहायक स्वामी सखा…
शुभ शांति निकेतन प्रेमन के,
मन मन्दिर के उजियारे हो।
इस जीवन के तुम जीवन हो,
इन प्राणन के तुम प्यारे हो।
तुमसों प्रभु पाय प्रताप हरि,
केहि के अब नाथ सहारे हो।
पितु मात सहायक स्वामी सखा,
तुम ही एक नाथ हमारे हो।
Sitaram