जय -जय गिरिवर राज किशोरी । जय महेश मुख चन्द चकोरी।।जय गजबदन षडाननमाता ।जगत जननी दामिनी दुति गाता।।नहिं तव आदि मध्य अवसाना । अमित प्रभाउ बेदु नहिं जाना।।भव भव विभव पराभव कारिनि। विश्व बिमोहनि स्वबस बिहारिनि।।पति देवता सुतीय महुँ मातु प्रथम तव रेख।महिमा अमित न सकहिं कहि सहस् सारदा सेष।। सेवत तोहि सुलभ…
Dan Ka Mahatwa .(दान का महत्व ) ।
हर इन्सान को अपने आय का कुछ हिस्सा दान धर्म में लगाना चाहिये। हिन्दू शास्त्रो में आय का दशमा हिस्सा धर्म कार्य में लगाने का विधान है। दान देते समय मन में ये भाव होना चाहिये, कि…
Anmol Vachan (अनमोल वचन ) ।
स्वयं में अनेकों कमियाँ होने के बावजूद , मैं अपने अाप से इतना प्यार कर सकता हूँ, तो फिर दूसरों में थोड़ी बहुत कमियाँ को देखकर, उनसे घृणा कैसे कर सकता हूँ। …
Ab Saup Diya Is Jeevan Ka.(अब सौंप दिया इस जीवन का)
अब सौंप दिया इस जीवन का सब भार तुम्हारे हाथों में मेरी जीत,तुम्हारे हाथों मे और हार तुम्हारे हाथों में । मेरा निश्चय बस एक यही एक बार तुम्हें पा जाऊँ मैं …
ॐ नम: शिवाय (भजन) – Om Namah Shivaya
ओम् नम: शिवाय ओम् नम: शिवाय, साँसों की सरगम पे धड़कन ये दोहराय ओम् नम: शिवाय, ओम् नम:शिवाय जीवन में कैसा अँधेरा हुआ है, संदेह ने मुझको घेरा हुआ है २ मन पंछी आज बहुत ही घबराय ओम् नम: शिवाय। ओम् नम:शिवाय …
Chandra Bhaal Shobhitam
Shiv shiv shiv shiv he Shiv shiv shiv shiv he Shiv shiv shiv shiv he… Chandra Bhaal shobhitam, Gal bhujang bhushnam, He Shivam mahashivam, Shiv akhand dayakam. Gaur ja tapasvini ange sang dolti, Bhakti shiv aru Shakti ke Mukti dwar Kholti, Bhoot pret sevitam he prabhu trilochnam, He Shivam mahashivam ,shiv akhand dayakam. Shool paani,damru…
Jai shiv Omkara
Jai shiv Omkara, swami har shiv Omkara, Brahma Vishnu sada shiv ardhangi dhaara, Jai shiv Omkara…. Ekanan chaturanan panchanan Raje, Hansanan garurasan vrishvahan saje, Om Jai shiv Omkara… Akshmala Banmala mundmala Dhari, Tripurari kansari karmala dhari, Om Jai shiv Omkara… Swetambar pitambar Baghambar ange, Sankadik garuradik bhootadik sange, Om Jai shiv Omkara… Do Bhuj char…
जय जय सुरनायक- विष्णु भजन- Jai Jai Surnayak
Source : तुलसीदास रचित रामचरित मानस ( गोरखपुर प्रेस) § ब्रह्मा जी और अन्य देव विष्णु भगवान की स्तुति करते हैं § जय जय सुरनायक जन सुखदायक प्रनतपाल भगवंता। गो द्विज हितकारी जय असुरारी सिंधुसुता प्रिय कंता॥ पालन सुर धरनी अद्भुत करनी मरम न जानइ कोई। जो सहज कृपाला दीनदयाला करउ अनुग्रह सोई॥ … जय…
Tere Dar Ko Chhorkar Kis Dar Jaoo Mai.तेरे दर को छोड़ के किस दर जाऊँ मैं।
तेरे दर को छोड़ के किस दर जाऊँ मैं, देख लिया मैंने जग सारा, तेरे जैसा मीत नहीं, तेरे जैसा सबल सहारा, तेरे जैसी प्रीत नहीं । किन शब्दों में आपकी, महिमा गाऊँ मैं । तेरे दर को छोड़ के किस दर जाऊँ मैं …. अपनें पथ पर आप चलूँ मैं, मुझमें इतना ज्ञान नहीं,…
Santo Ki Vani Pad(पद – संतो की वाणी)
1. जब तक रहेगी ज़िन्दगी ,फ़ुरसत न होगी काम से। कुछ समय ऐसा निकालो ,प्रेम हो भगवान से। 2. साई इतना दीजिये ,जा में कुटुंब समाय। मैं भी भूखा ना रहूँ ,साधु न भूखा जाय। 3. जो आता है सबके काम, उसका जीना सफल तमाम। 4. राम नाम लड्डू…