जय पार्वती माता , मैया जय पार्वती माता । ब्रह्म सनातन देवी , शुभ फल की दाता ।। जय पार्वती माता ……………………………. अरिकुल पद्म विनासनि, जय सेवक त्राता । जग जीवन जगदम्बा , हरिहर गुण गाता ।। जय पार्वती माता …………………………….. सिंह को वाहन साजे , कुण्डल है साथा ।…
Bhakt Aur Bhagwan Ke Beech Madhur Vinod . (भक्त और भगवान के बीच मधुर विनोद )।
भगवान का एक मुसलमान भक्त थे जिनका नाम अहमदशाह था ।अहमदशाह को प्रायः भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन होते रहते थे।भगवान उनसे विनोद भी किया करते थे । एक दिन अहमदशाह एक बड़ी लम्बी टोपी पहन कर बैठे हुए थे। भगवान को उनकी टोपी देखकर हँसी आ गई और उन्हें विनोद करने का ख़्याल आया। प्रभु…
Prabhu shriRam Ke Charano Me Shabari Ki Ananya Bhakti. (प्रभू श्रीराम के चरणों में शबरी की अनन्य भक्ति)। ,( श्रीराम चरित मानस ) ।
ताहि देइ गति राम उदारा । शबरी कें आश्रम पगु धारा ।। शबरी देखि राम गृहँ आए । मुनि के बचन समुझि जियँ भाए ।। सरसिज लोचन बाहु बिसाला । जटा मुकुट सिर उर बनमाला ।। स्याम ग़ौर सुंदर दोउ भाई । शबरी परी चरन लपटाई ।। प्रेम मगन मुख बचन न आवा । पुनि…
Kanha Tatha Baldaoo Dwara Makhan Roti Kee Mang. कान्हा तथा बलदाऊ द्वारा माखन रोटी की माँग । ( सूरदास जी के पद ) ।
दोउ भैया मैया पै माँगत , दै री मैया , माखन रोटी । सुनत भावती बात सुतनिकी , झूटहिं धाम के काम अगोटी ।। बल ज़ू गह्यो नासिका मोती , कान्ह कुँवर गहि दृढ़ करि चोटी । मानो हंस मोर भष लीन्हें , कबि उपमा बरनै कछु छोटी ।। यह छबि देखि नंद मन आनन्द…
Lakshmi Jee Ki Aarti .लक्ष्मी जी की आरती ।
ओम् जय लक्ष्मी माता , मैया जय लक्ष्मी माता । तुमको निशदिन सेवत , हर विष्णु धाता ।। उमा, रमा ब्रह्माणी , तुम ही जग-माता । सूर्य – चन्द्रमा ध्यावत , नारद ऋषि गाता ।। दुर्गा रूप निरंजिनि , सुख सम्पत्ति दाता । जो कोई तुमको ध्यावत , ऋद्धि – सिद्धि पाता…
Saraswati Jee Ki Aarti .सरस्वती जी की आरती ।
जय सरस्वती माता , मैया जय सरस्वती माता । सदगुण वैभव शालिनि , त्रिभुवन विख्याता ।। चन्द्रवदनि पद्मासिनि , द्युति मंगलकारी । सोहे शुभ हंस सवारी , अतुल तेजधारी ।। जय सरस्वती माता………………………….. बाएँ कर में वीणा , दाएँ कर माला । शीश मुकुट मणि सोहे , गल मोतियन माला ।। जय सरस्वती माता…
Gopee virah Geet .(गोपी विरह गीत )।
बिन तेरे सुना जग कान्हा ,नैना जल बरसाये । जाने कौन घड़ी गये तुम कान्हा , लौट कर कभी न आये ।। पूछूँ मैं फूलो से भँवरों से कलियों और लताओं से । चले गये कहाँ तुम प्रियतम मुझको बिन बतलाये ।। जाने कौन घड़ी गये तुम कान्हा ,लौटकर कभी न आये । काले बादल…
श्री मन नारायण नारायण नारायण
श्री मन नारायण नारायण नारायण ( श्री कृष्ण भजन ) श्रीमन नारायण नारायण नारायण । भज मन नारायण नारायण नारायण ।। … शबरी के बेर सुदामा के टन्डुल , रुचि रुचि भोग लगायों न । श्रीमन नारायण नारायण नारायण , भज मन नारायण नारायण नारायण । … गज की पुकार पे दौड़े चले आये प्रभू,…
Kanha Ne Mati Khayee , Yasoda Mero Maiya-कान्हा ने माटी खाई । यशोदा सुन माई ।। (कृष्णा भजन )।
तेरे लाला ने माटी खाई । यशोदा सुन माई ।। छोटी सी माटी की ढेली। तुरन्त श्याम ने मुँह में ले ली ।। यह भी लीला एक नवेली ।जाने गटक- गटक गटकाई ।। तेरे लाला ने माटी खाई ।यशोदा सुन माई ।। दूध, दही को कबहुँ नाँय नाटी ।क्यों लाला तूने खाई माटी ।। यशोदा…
श्री राम चंद्र कृपालु भजमन – Shri Ram Chandra Kripalu Bhaj man
श्री राम स्तुति … श्री राम चन्द्र कृपालु भजु मन हरण भव भय दारूणम् । नव कंजलोचन कंज मुख, कर कंज, पद कंजारूणम् ।। … कन्दर्प अगणित अमित छवि नव नील नीरद सुन्दरम् । पटपीत मानहुं तड़ित रुचि शुचि नौमि जनक सुतावरम् ।। … भजु दीनबंधु दिनेश दानव दैत्यवंश निकन्दनम् । रघुनन्द आनन्दकन्द कौशलचन्द दशरथ…