धन्यवाद प्रभु तुमने हमको ,
अपना ये अंश स्वीकार किया।
आकार दिया, प्रकार दिया
मन वाणी और विचार दिया,
अपनी इस पावन सृष्टि में,
लाकर जीवन साकार किया।
धन्यवाद प्रभु तुमने हमको,
अपने जैसे पितु मात दिये
कुटुम्ब दिया, भोजन भी दिया ,
ममता और प्रीत अपार दिया ,
जलवायु ,अग्नि ,साधन से
पोषित करके निर्माण किया।
धन्यवाद प्रभु तुमने हमको,
सदगुरू का आशीर्वाद दिया,
सत्य दिया और ज्ञान दिया,
तुम तक आने का मार्ग दिया,
जिनकी करूणा की छाँव ने ,
हर भाँति से कल्याण किया ।
धन्यवाद प्रभु तुमने हमको,
अपना ये अंश स्वीकार किया।
(Kanupriya)