शरण में आ पड़ा तेरे, प्रभु मुझको न ठुकराना ।
पकड़ लो हाथ अब मेरा, नाथ देरी लगाना ना ।
तेरा है नाम दुनियाँ में , पतितपावन सभी जानें,
पतितपावन सभी जानें –२
देखकर एक नजर प्रभुजी , नजर मुझसे हटाना ना।
शरण में आ पड़ा तेरे, प्रभु मुझको न ठुकराना ।
काल की है नदी भारी , बहा जाता हूँ धारा में,
बहा जाता हूँ धारा में ।
पकड़ लो हाथ अब मेरा , नाथ देरी लगाना ना ।
बहा दो प्रेम की गंगा , दिलों में प्रेम का सागर ,
दिलों में प्रेम का सागर ।
ये जीवन प्रेम से बीते , हमें आकर सिखा देना ।
शरण में आ पड़ा तेरे , प्रभु मुझको न ठुकराना ।