Dasha Mugh Deen Ki Bhagwan Samhaloge To Kya Hoga
दशा मुझ दीन की भगवन सम्हालोगे तो क्या होगा ।
अगर मैं पापी हूँ तो पापहर तुम हो, ये लज्जा दोनो नामों की,
मिटा दोगे तो क्या होगा।
दशा मुझ दीऩ की। …………………….
यहाँ सब मुझको कहते हैं तू मेंरा है तू मेंरा है,
मैं किसका हूॉ ये झगड़ा तुम मिटा दोगे तो क्या होगा
दशा मुझ दीनं। …………………..,,…..
अजामिल गिद्ध गणिका सभी, जिस दया गंगा में तरते थे,
उसी में बिंदू सा पापी, मिला लोगे तो क्या होगा।
दशा मुझ दीन की …………………….