मेरे घर कृष्ण कन्हैया आए है -२
कृष्ण कन्हैया आए हैं, मन मोहना आए हैं,
जशोमति दुलारे आए हैं , नंदजी के प्यारे आए हैं।
मेरे घर ———————————-
कन्हैया आए हैं, माखन मिश्री का भोग लगाने आए हैं ,
सबका मन लुभाने आए हैं ,
सबको अपने वश में करने आए हैं।
मेरे घर ———————————– ।
कन्हैया आए हैं , अपनी लीला दिखाने आए हैं,
मधुर – मधुर धुन मुरली की सुनाने आए हैं ।
सबके सोए भाग्य जगाने आए हैं ,
मेरे घर कृष्ण ——————————
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