आदि अनादि अनन्त , अखण्ड अभेद सुवेद बतावैं।
अलख अगोचर रूप महेश कौ, जोगी जती-मुनि ध्यान न पावैं।।
आगम- निगम- पुरान सबैं , इतिहास सदा जिनके गुन गावैं ।
बड़भागी नर – नारी सोई , जो सांब- सदाशिव कौं नित ध्यावैं।।
आनंद कंद कृपा – Ananda Kanda Kripa
श्रीकृष्ण को समर्पित – Shri Krishna ko Samarpit
आदि अनादि अनन्त , अखण्ड अभेद सुवेद बतावैं।
अलख अगोचर रूप महेश कौ, जोगी जती-मुनि ध्यान न पावैं।।
आगम- निगम- पुरान सबैं , इतिहास सदा जिनके गुन गावैं ।
बड़भागी नर – नारी सोई , जो सांब- सदाशिव कौं नित ध्यावैं।।