श्रीशंकराचार्य द्वारा रचित वेदसारशिवस्तोत्र भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है। इसमें शिव को विश्वनाथ, महेश, पशुपति, और परमात्मा के रूप में संबोधित किया गया है। पाठ में शिव की अनंतता, स्वरूप, और संसार में उनकी भूमिका का समग्र उल्लेख है, जो भक्तों को उनकी भावना की प्रेरणा देता है।